जब बात इज़हार करने की आयी ,
तो उन्होंने ख़ामोशी से सौदा कर लिया
जब बात इज़हार करने की आयी ,
तो उन्होंने ख़ामोशी से सौदा कर लिया
वरना,
मोहब्बत तो वो भी हमसे उतनी ही शिद्दत से करते थे,
जितनी बेइन्ताह चाहत हमें उनसे थी.. !
तो उन्होंने ख़ामोशी से सौदा कर लिया
जब बात इज़हार करने की आयी ,
तो उन्होंने ख़ामोशी से सौदा कर लिया
वरना,
मोहब्बत तो वो भी हमसे उतनी ही शिद्दत से करते थे,
जितनी बेइन्ताह चाहत हमें उनसे थी.. !
- प्रतिक्षा
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